ढोलकल गणेश छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में है यह दंतेवाड़ा से 18 किमी दूर, फरसपाल गाँव के पास बैलाडिला पहाड़ी में लगभग 3000 फीट की ऊँचाई पर स्थित है। विशेषज्ञों का मानना है कि भगवान गणेश की यह मूर्ति लगभग 1000+ साल पुरानी है और इस मूर्ति को 9 वीं और 11 वीं शताब्दी के बीच नागवंशी शासकों के शासनकाल के दौरान बनाई गई थी।
रायपुर का जंगल सफारी एशिया में एकमात्र मानव निर्मित सफारी है, और सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि यह शहर के केंद्र में बसा है। यह छत्तीसगढ़ के सबसे प्रसिद्ध स्थलों में से एक है। यहाँ जाने के बाद आपको एक अलग अनुभव होगा यहाँ कई सारे जानवर खुले जंगल में विचरण करते हुए हुए नजर आयेंगे।
यह गुफा छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में जगदलपुर के पास कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित है। इस गुफा की गहराई 54 से 120 फीट है और लंबाई 4500 मीटर है। कोटमसर गुफा के खोज का श्रेय प्रोफेसर शंकर तिवारी को जाता है, इस गुफा की सबसे अनोखी बात यह है की यहाँ आप अंधी मछली को देख सकते हैं।
कुएंमारी जलप्रपात करीब 300 फीट ऊंचाई से सीढीनुमा नीचे की ओर गिरता है। यह बहुत ही खूबसूरत और मनमोहक लगता है और यह जलप्रपात छत्तीसगढ़ के कोंडागाव जिले के कुदाद्वाही गाँव के पास उपस्थित है। इस जलप्रपात के कल-कल करने की आवाज मन को बहुत ही मोहित करता है |
छत्तीसगढ़ का शिमला कहे जाने वाले मैनपाट, अपनी ख़ूबसूरत वादियों और अनेको झरने, नदी नाले और आश्चर्य से भर देने वाले पर्यटक स्थलों से भरपुर है। मैनपाट की सुंदरता बारिश और ठंड के मौसम में चरम पर होती है। मैनपाट छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगभग 362 किलोमीटर और अंबिकापुर से लगभग 50 किलोमीटर की दुरी पर है।
छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में स्थित चिरमिरी एक बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है। अमृतधारा जलप्रपात छत्तीसगढ़ के सबसे खूबसूरत जलप्रपात में से एक है। इस जलप्रपात को अपनी नज़रों से देखने के लिए लोग दूर दूर से देखने आते हैं। अमृतधारा जलप्रपात हसदेव नदी में स्थित है। इस झरने की ऊँचाई 90 फीट है।